इसे सुनेंरोकेंदुनिया के सात प्राकृतिक अजूबों को देखना बहुत महंगा है और संभवतः इसकी लागत लगभग 60,000 से 1,00,000 USD है जो निम्नलिखित हैं। रियो हार्बर – रियो डी जनेरियो, ब्राज़ील। ग्रेट बैरियर रीफ, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया।
दुनिया के सात अजूबे कहाँ कहाँ है?
- ताजमहल, भारत ताजमहल भारत का इकलौती ऐसी धरोहर है, जो सात अजूबों में शामिल है. …
- ग्रेट वॉल ऑफ चाइना चीन की दीवार सात अजूबों में से एक है. …
- क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राजील ब्राजील का 125 फीट लंबी क्राइस्ट द रिडीमर दुनिया के सात अजूबों में से एक है. …
- चिचेन इट्जा, मैक्सिको …
- कालीजीयम, इटली …
- माचू पिच्चू, पेरू …
- पेट्रा, जॉर्डन
सात अजूबों में क्या क्या आता है?
- ताजमहल
- चीचेन इट्ज़ा
- क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा
- कोलोसियम
- चीन की विशाल दीवार
- माचू पिच्चू
- पेत्रा
ताजमहल की सालाना कमाई कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंआधिकारिक डेटा के अनुसार, ताजमहल में हर साल 7-8 मिलियन यानी 80 लाख लोग घूमने आते हैं और इसमें करीब 80 हजार विदेशी हैं. ताजमहल में लोकल लोगों के लिए 50 और विदेशियों के लिए 1100 रुपये की टिकट है. 2017-18 से लेकर 2021-22 तक के करीब 3 साल के वक्त में 152 करोड़ रुपये का रेवेन्यु ताजमहल से हुआ था.
दुनिया के 7 अजूबों की टिकट की कीमत क्या है?
वर्तमान में ताजमहल की कीमत कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंताजमहल की वास्तुकला भारतीय, इस्लामी और फारसी शैलियों को दर्शाती है. इसके वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी फारसी थे. इस स्मारक को बनाने में तकरीबन 32 मिलियन की लागत आई थी. वर्तमान में इसकी कीमत 52.8 बिलियन रुपये है.
ताजमहल की वर्तमान कीमत कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंताजमहल की वास्तुकला भारतीय, इस्लामी और फारसी शैलियों को दर्शाती है. इसके वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी फारसी थे. इस स्मारक को बनाने में तकरीबन 32 मिलियन की लागत आई थी. वर्तमान में इसकी कीमत 52.8 बिलियन रुपये है.
ताजमहल कितने करोड़ में बना था?
इसे सुनेंरोकें32 करोड़ में बना था ताज महल– tajmahal.org.uk के मुताबिक इस खूबसूरत इमारत का निर्माण सन् 1631 में शुरू होकर सन् 1653 में पूरा हुआ था। – ताज महल के निर्माण के लिए शाहजहां ने अफगानी आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद लाहौरी को लगाया था।
ताज महल की कीमत कितनी है?
इसे सुनेंरोकें32 करोड़ में बना था ताज महल- tajmahal.org.uk के मुताबिक इस खूबसूरत इमारत का निर्माण सन् 1631 में शुरू होकर सन् 1653 में पूरा हुआ था। – ताज महल के निर्माण के लिए शाहजहां ने अफगानी आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद लाहौरी को लगाया था।