इसे सुनेंरोकेंजोमैटो में अपनी हिस्सेदारी बेचने के बाद उबर आधिकारिक तौर पर भारत के ऑनलाइन फूड डिलीवरी बाजार से बाहर हो गया है । उबर टेक्नोलॉजीज ने 2020 में 9.99% हिस्सेदारी हासिल कर ली जब उसने अपना उबर ईट्स कारोबार ज़ोमैटो को बेच दिया, जो भारत की सबसे बड़ी खाद्य वितरण सेवा है।
क्या उबर आर्थिक रूप से मुश्किल में है?
इसे सुनेंरोकेंउबर की लाभप्रदता में कमी के पीछे मुख्य कारणों में से एक इसकी आक्रामक विस्तार रणनीति है। कंपनी ने कुछ ही वर्षों में दुनिया भर के 450 से अधिक बाजारों में अपने परिचालन का तेजी से विस्तार किया है।
भारत में उबर घाटे में क्यों है?
इसे सुनेंरोकेंअनुपात की बात करें तो, वर्ष के दौरान EBITDA मार्जिन और ROCE बेहतर होकर -44.77% और -16.95% हो गए, जिसे कर्मचारी लाभ और प्रचार व्यय में तेज कटौती के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इकाई स्तर पर, उबर इंडिया ने वित्त वर्ष 2012 में एक रुपये का परिचालन राजस्व अर्जित करने के लिए 2.15 रुपये खर्च किए।
क्या उबर इंडिया घाटे में है?
LYFT ने Uber क्यों खो दिया?
इसे सुनेंरोकेंउबेर को खाद्य और पेय वितरण में विस्तार से लाभ हुआ है, जिससे उसे महामारी के दौरान बढ़ने में मदद मिली जब साझा सवारी की मांग कम हो गई। इस बीच, Lyft, महामारी से उबरने में धीमी रही है, और ड्राइवर की कमी के कारण ग्राहकों के लिए ऊंची कीमतें और लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा।
क्या उबर को घाटा हो रहा है?
इसे सुनेंरोकेंउबर ने मंगलवार को वॉल स्ट्रीट की अपेक्षाओं से अधिक राजस्व वृद्धि की सूचना दी, जिससे पता चलता है कि ड्राइवरों के प्लेटफॉर्म पर लौटने के कारण कंपनी ने महामारी की मंदी से उबरना जारी रखा है। लेकिन अन्य राइड-हेलिंग कंपनियों में इसके निवेश के कारण, इसने शुद्ध घाटा दर्ज किया।
क्या Lyft पैसे खो रही है?
इसे सुनेंरोकें2022 में Lyft का शुद्ध घाटा 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से थोड़ा कम रहा । यह 2021 की तुलना में बड़ा नुकसान था, जब कंपनी का शुद्ध घाटा सिर्फ एक बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था। Lyft एक राइड-हेलिंग ऐप प्रदान करता है, लेकिन इसके संचालन में साझा ई-स्कूटर सेवाएं और सेल्फ-ड्राइविंग वाहन भी शामिल हैं।
क्या LYFT अभी भी आसपास है?
इसे सुनेंरोकेंउबर के बाद लिफ़्ट संयुक्त राज्य अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी राइडशेयरिंग कंपनी है।