इसे सुनेंरोकेंमालगाड़ियाँ ट्रकों की तुलना में कई गुना अधिक ऊर्जा-कुशल होती हैं, क्योंकि 1) रेलगाड़ियों के स्टील के पहियों का रोलिंग प्रतिरोध सड़क पर ट्रक के टायरों की तुलना में कम होता है , और 2) रेलगाड़ियों को ट्रकों की तुलना में कम आनुपातिक हवा प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है क्योंकि एक ट्रेन कार कार द्वारा विपरीत हवा से आंशिक रूप से बचाया गया है…
ट्रेनें इतनी भारी क्यों होती हैं?
इसे सुनेंरोकेंलोकोमोटिव जितना भारी होता है, आसंजन का गुणांक उतना ही बेहतर होता है, और लोकोमोटिव पहिया फिसलन के बिना पटरियों तक शक्ति संचारित करने में उतना ही बेहतर होता है।
क्या रेलगाड़ियां विमानों से ज्यादा कुशल होती हैं?
इसे सुनेंरोकेंट्रेनें न केवल गर्म करने/ठंडा करने पर अधिक बिजली खर्च करती हैं , बल्कि चूंकि एक ट्रेन हवाई यात्रा की तुलना में कई गुना अधिक समय तक गति में रहती है (इसकी धीमी गति के कारण) इसलिए उपयोग की जाने वाली ऊर्जा की मात्रा (प्रति यात्री-मील) बहुत अधिक होती है क्योंकि ऊर्जा होती है शक्ति गुणा समय का गुणनफल।
भारत में ट्रेनों की संख्या कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंकुल 22,593 ट्रेनों का संचालनकॉमर्स मिनिस्ट्री के ट्रस्ट इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के अनुसार, भारत में हर दिन लगभग 22,593 ट्रेनें संचालित होती हैं. इनमें 13,452 यात्री ट्रेनें हैं, जो करीब 7,325 स्टेशनों को कवर करती हैं. इन यात्री ट्रेनों से रोजाना 2.40 करोड़ यात्री सफर करते हैं.
रेल इतनी कुशल क्यों है?
ट्रेन कितने किलो का होता है?
इसे सुनेंरोकेंमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक ट्रेन का वजन करीब 10 लाख किलो होता है।
ट्रेन कितनी कुशल है?
इसे सुनेंरोकेंवास्तव में, रेलगाड़ियाँ केवल एक गैलन ईंधन पर औसतन 480 मील से अधिक दूरी तक एक टन माल ढो सकती हैं, जिससे वे ट्रकों की तुलना में 3-4 गुना अधिक ईंधन कुशल बन जाती हैं। माल ढुलाई रेल जमीन पर माल परिवहन करने का सबसे ईंधन-कुशल तरीका है, और रेलमार्ग ईंधन की खपत को कम करने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना जारी रखते हैं।
ट्रेन कौन सा तेल से चलता है?
इसे सुनेंरोकेंट्रेन के डीजल इंजन में – सामान्य डीजल – जो जीप, बस और ट्रक इत्यादि में प्रयुक्त होता है – का ही प्रयोग होता है। इसे तकनीकी तौर पर HSD (एच एस डी ) ऑयल कहते हैं – अर्थात – High Speed Diesel (हाइ स्पीड डीजल )।
ट्रेन कितने 1000 वोल्टेज से चलती है?
इसे सुनेंरोकेंजाहिर है कि इतने भारी वजन को खींचने के लिए हाई पॉवर वोल्टेज की जरूरत होगी. रेलवे की वेबसाइट के मुताबिक, बिजली से चलने वाली ट्रेनों को 25 हजार वोल्टेज (25KV) की जरूरत होती है.