इसे सुनेंरोकेंदीपाली अग्रवाल यह प्रसंग राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के काव्य-संग्रह 'कृष्ण की चेतावनी' से लिया गया है।
हां हां दुर्योधन बांध मुझे किसका कथन है?
इसे सुनेंरोकेंहां हां दुर्योधन बांध मुझे.. रश्मिरथी |श्री रामधारी सिंह दिनकर |पूज्य मोरारी बापू के सानिध्य में| – YouTube.
रश्मिरथी के प्रथम सर्ग का आरंभ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंरश्मिरथी, प्रथम सर्ग- भाग 1जिस नर में भी बसे, हमारा नमन तेज को, बल को। किसी वृन्त पर खिले विपिन में, पर, नमस्य है फूल, सुधी खोजते नहीं, गुणों का आदि, शक्ति का मूल। दया-धर्म जिसमें हो, सबसे वही पूज्य प्राणी है।
कृष्ण की चेतावनी अंश रामधारी सिंह दिनकर की किस पुस्तक से कौन सा सर्ग लिया है?
इसे सुनेंरोकेंरश्मिरथी के तृतीय सर्ग के भाग-3 में कृष्ण कि चेतावनी (Krishna ki chetavani) के रूप में यह कविता आज भी बहुत लोकप्रिय है. 'रश्मिरथी' रामधारी सिंह दिनकर का प्रसिद्ध खण्डकाव्य है. इसमें 7 सर्ग हैं और यह 1952 में प्रकाशित हुआ था.
प्रथम कृष्ण भक्त कवि कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसूरदास हिन्दी साहित्य के श्रेष्ठ कृष्णभक्त कवि सूरदास का जन्म 1478 ई. के आस-पास हुआ था।
श्री कृष्ण कहाँ चले गए थे?
इसे सुनेंरोकेंकथा के दौरान श्री कृष्ण गोपियों को रोता छोड़कर द्वारिका चले गए
श्री कृष्ण ने कर्ण से क्या कहा?
इसे सुनेंरोकें5.कृष्ण ने ली कर्ण की परीक्षा-वे उसके पास पहुंचे और कहा की तुम एक दानवीर हो क्या मुझे कुछ दान दोगे। कर्ण के पास उस वक्त कुछ नहीं था पर उसे ध्यान आया की उसका एक दांत सोने का है तो उसने मरणासन्न हालत में भी एक पत्थर से अपना दांत तोड़कर कृष्ण को दान स्वरूप भेंट कर दिया।
श्री कृष्ण ने कर्ण के बारे में क्या कहा?
इसे सुनेंरोकेंमृत्यु के समय कर्ण से भिक्षा मांगने पहुंचे थे कृष्ण भगवान- युद्ध भूमि में जब कर्ण घायल होकर अपनी मृत्यु का इंतजार कर रहा थे उस समय अर्जुन ने भगवान कृष्ण से कहा कि आपका दानवीर कर्ण असहाय होकर मौत का इंतजार कर रहा है। – इस पर श्री कृष्ण ने कहा कि कर्ण को उसकी वीरता और दानवीर होने के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
मैं क्या जानू जाति?
इसे सुनेंरोकेंमैं क्या जानूँ जाति ? जाति हैं ये मेरे भुजदंड। शरमाते हैं नहीं जगत् में जाति पूछनेवाले। सूत्रपुत्र हूँ मैं, लेकिन थे पिता पार्थ के कौन?
महाभारत में रश्मिरथी कौन है?
इसे सुनेंरोकेंSon of Sun God and princesses Kunti, Karna is also regarded as Rashmirathi, one who is riding the chariot of light . यह नाटक कर्ण के चरित्र के अधिकांश महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाता है।
यदि मैं होंडुरास से हूं तो मेरी जाति क्या है?
दिनकर जी को कौन सा उपनाम दिया जाता है?
इसे सुनेंरोकें'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये।
क्या कृष्ण को ऋषिकेश कहा जाता है?
इसे सुनेंरोकेंईशा का अर्थ है भगवान। तो, हृषिकेश का अर्थ है इंद्रियों का स्वामी। भगवान कृष्ण इन्द्रियों के स्वामी हैं। इसीलिए उन्हें हृषिकेश कहा जाता है ।
भगवान कृष्ण का शुद्ध भक्त कौन है
इसे सुनेंरोकेंएक शुद्ध भक्त की परिभाषा, जैसा कि रूप गोस्वामी ने अपनी भक्ति-रसामृत-सिंधु में दी है, को संक्षेप में इस प्रकार किया जा सकता है: उसकी सेवा अनुकूल है और हमेशा कृष्ण के संबंध में है। ऐसी कृष्ण भावनामृत गतिविधियों की शुद्धता बनाए रखने के लिए, व्यक्ति को सभी भौतिक इच्छाओं और दार्शनिक अटकलों से मुक्त होना चाहिए।
कृष्ण का सच्चा भक्त कौन है?
इसे सुनेंरोकेंसच्चे भक्त के लक्षण हैं कर्तव्यपरायण होना, वासनाओं से मुक्त रहना और दृढ़ता रखना। भगवान कृष्ण भगवद गीता में कहते हैं, "तुम्हारा कर्तव्य सिर्फ कर्म करना है, कभी भी परिणामों की चिंता मत करना – कर्म के फल को अपना उद्देश्य मत बनने दो" (कर्मण्येवधि करस्थे)।
कृष्ण के अंतिम शब्द क्या थे?
इसे सुनेंरोकेंकृष्ण के अंतिम शब्द क्या थे? मरते हुए कृष्ण ने जरा से करुण स्वर में कहा: “ यह तुम्हारी गलती नहीं है; ऐसा होना तय था. डरो मत या खेद मत करो क्योंकि ये नियति के रास्ते हैं।” ये पृथ्वी पर उस महान व्यक्ति के अंतिम शब्द थे। क्योंकि, कृष्ण जानते थे कि कर्म का नियम सार्वभौमिक है।
क्या कृष्ण शूद्र थे?
इसे सुनेंरोकेंकृष्ण का जन्म अब यादव वंश के क्षत्रिय (या योद्धा जाति) के रूप में हुआ था और उनका दूसरा नाम, वासुदेव, एक संरक्षक नाम के रूप में समझाया गया था ("वासुदेव" नाम उनके पिता को दिया गया था)।
मरते हुए कर्ण ने श्री कृष्ण से क्या पूछा?
इसे सुनेंरोकेंकर्ण ने कृष्ण से पूछा – मेरा जन्म होते ही मेरी माँ ने मुझे त्याग दिया। क्या अवैध संतान होना मेरा दोष था ?
आज कर्ण कौन था?
इसे सुनेंरोकेंकर्ण महाभारत के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारियों में से एक थे। कर्ण छ: पांडवों में सबसे बड़े भाई थे । भगवान परशुराम ने स्वयं कर्ण की श्रेष्ठता को स्वीकार किया था । कर्ण की वास्तविक माँ कुन्ती थीं और कर्ण और उनके छ: भाइयों के धर्मपिता महाराज पांडु थे।
कर्ण की जाती क्या थी?
इसे सुनेंरोकेंकर्ण सूत परिवार से थे. गुरु द्रोणाचार्य के धनुर विद्या सिखाने से मना करने पर कर्ण भगवान परशुराम के पास पहुंच गये, लेकिन वहां भी जब कर्ण को ये कह कर मना कर दिया गया कि सिर्फ ब्राह्मण को ही शिक्षा देते हैं. तब कर्ण ने झूठ कहा. कर्ण ने कहा कि वो एक ब्राह्मण है.
कितने जात हैं?
इसे सुनेंरोकें३००० जातियां और २५००० उपजातियां । भारत में कितने जाति के लोग पाए जाते हैं? सन् 1901 की जनगणना के अनुसार, जो जातिगणना की दृष्टि से अधिक शुद्ध मानी जाती है, भारत में उनकी संख्या2378 है।