इसे सुनेंरोकेंचांद को लेकर अब तक जो रिसर्च सामने आए हैं, उसके मुताबिक चांद पर सूक्ष्मजीव सर्वाइव कर सकते हैं. माना जा रहा है कि सूक्ष्मजीव वहां के हार्श कंडीशन में रह सकते हैं, लेकिन इंसानों का रहना संभव नहीं है.
चांद पर कितने लोग हैं?
इसे सुनेंरोकेंचांद पर पहली बार कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग का नाम दुनिया जानती हैं. लेकिन नील चांद पर जाने वाले इकलौते शख्स नहीं हैं. उनके अलावा भी 11 अन्य लोग वहां जा चुके हैं.
चंद्रमा पर अभी कौन गया?
इसे सुनेंरोकेंचार मूनवॉकर अभी भी हैं जिंदानील आर्मस्ट्रांग और एडविन "बज़" एल्ड्रिन चंद्रमा पर चलने वाले 12 मनुष्यों में से पहले थे. आपको बता दें कि अमेरिका के चार मूनवॉकर अभी भी जीवित हैं, इसमें एल्ड्रिन (अपोलो 11), डेविड स्कॉट (अपोलो 15), चार्ल्स ड्यूक (अपोलो 16), और हैरिसन श्मिट (अपोलो 17) शामिल हैं.
क्या चांद पर एलियन पाए गए हैं?
इसे सुनेंरोकेंशायद चांद पर बहुत कुछ अलग था. या शायद वहां एलियन्स रहते हों. यहां तक कि मूनवॉक करने वाले इंसानों की उनसे मुलाकात भी हुई. चूंकि उस दौरान किसी भी चीज का लाइव टेलीकास्ट नहीं होता था, बल्कि रॉ को एडिट करके दिखाया जाता था, लिहाजा अमेरिका ने असल टेप छिपाकर उतना ही दिखाया, जितना जरूरी लगा.
चांद पर कितनी गर्मी पड़ती है?
इसे सुनेंरोकेंचांद की सतह 260 डिग्री फारेनहाइट यानी 127 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाती है. ध्यान रहे कि ये हालात तब बनते हैं, जब चांद सूर्य की रोशनी से प्रकाशित हो रहा है. वहीं, जब सतह पर अंधेरा हो जाता है, तो तापमान -280 डिग्री फारेनहाइट यानी -173 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.
चंद्रमा पर कौन गया है 2023?
इसे सुनेंरोकेंChandrayaan-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में 23 अगस्त 2023 को लैंडिंग की थी. आज उसने चंद्रमा पर एक हफ्ता बिता लिया है. यानी चांद का आधा दिन उसने पूरा कर लिया है. इस दौरान विक्रम लैंडर (Vikram Lander) और प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) ने कई शानदार खोज किए.
क्या काउई पर कोई रहता है?
चांद पर कितने देश पहुंच चुके हैं?
इसे सुनेंरोकेंअंतरिक्ष में पृथ्वी के सबसे निकट नजर आने वाले चंद्रमा को छूने के लिए अब तक 12 देश करीब 141 अभियान चला चुके हैं। इनमें से जहां 59 विफल रहे, तो वहीं पांच में आंशिक सफलता मिली, 69 को सफल अभियान माना गया। इनमें से तीन अभियान भारत की ओर से चलाए गए। हमारा चंद्रयान-1 जहां सफल रहा था, चंद्रयान-2 को आंशिक सफल माना गया है।
चांद पर जमीन कैसे खरीद सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकैसे खरीद सकते हैं चांद पर जमीन? चांद पर जमीन कोई भी खरीद सकता है. Luna Society International और International Lunar Lands Registry कंपनियां चांद पर ऑनलाइन जमीन बेच रही हैं. अगर आप चांद पर जमीन खरीदना चाहते हैं तो इनके वेबसाइट पर जाएं, वहां जाकर खुद को रजिस्टर करें और एक तय अमाउंट दे कर आप जमीन खरीद सकते हैं.
चांद पर सबसे पहले इंसान कौन है?
इसे सुनेंरोकेंवो 20 जुलाई, 1969 की तारीख थी, जब ओपोलो-11 मिशन ने अंतरिक्ष विज्ञान में कामयाबी का नया इतिहास रचा था. अपोलो -11 के अंतरिक्ष यात्री नील आर्म स्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा. आर्मस्ट्रांग के 19 मिनट बाद एडवर्ड बज एलड्रिन चांद पर कदम रखने वाले दूसरे अंतरिक्ष यात्री बने. दोनों ने चांद पर करीब दो घंटे बिताए.
भारत से चांद पर जमीन का मालिक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंजम्मू-कश्मीर के रूपेश मैसन नाम के एक व्यक्ति ने हाल ही में चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के बाद चंद्रमा पर एक प्लॉट खरीदा। एक व्यवसायी और शिक्षाविद्, मैसन ने एचटी को बताया कि उन्होंने "लूना अर्थ्स मून, ट्रैक्ट 55-पार्सल 10772, जिसे लैकस फेलिसिटैटिस (खुशी की झील) के नाम से जाना जाता है, पर जमीन खरीदी है।"
चंद्रमा पर पहुंचने वाला भारत कौन सा देश है?
इसे सुनेंरोकेंभारत को चांद पर सफलता मिल गई है. चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर उतर कर इतिहास रच दिया है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला भारत पहला देश बन गया है. चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर उसमें से निकलेगा और चंद्रमा की सतह पर घूमकर शोध करेगा और जानकारी जुटाएगा.
चांद पर भारत कब पहुंचा?
इसे सुनेंरोकेंभारत का चंद्रयान जैसे ही चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर पहुंचा, ये इतिहास रचने वाला विश्व का पहला देश भारत बन गया. 23 अगस्त 2023, शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर भारत का सूर्योदय इस चमकते हुए मिशन चंद्रयान की लैंडिंग के साथ हुआ है. इसरो के सेंटर से आम लोगों के बीच भी तालियों की गड़गड़ाहट गूंजने लगी.