इसे सुनेंरोकेंरणनीतिक कारणों से, पिछली अफगान सरकारों ने रेलवे के निर्माण को रोक दिया था जो ब्रिटेन या रूस द्वारा अफगानिस्तान में विदेशी हस्तक्षेप में सहायता कर सकता था। निकटवर्ती देशों में गेज थे: ईरान, पश्चिम में, और चीन, पूर्व में: 1435 मिमी (4 फीट 8+1⁄2 इंच) पाकिस्तान, दक्षिण और पूर्व में: 1676 मिमी (5 फीट 6 इंच)
अफगानिस्तान से पहले अफगानिस्तान का नाम क्या था?
इसे सुनेंरोकें17वीं सदी तक अफगानिस्तान नाम का कोई राष्ट्र नहीं था। अफगानिस्तान नाम का विशेष-प्रचलन अहमद शाह दुर्रानी के शासन-काल (1747-1773) में ही हुआ। इसके पूर्व अफगानिस्तान को आर्याना, आर्यानुम्र वीजू, पख्तिया, खुरासान, पश्तूनख्वाह और रोह आदि नामों से पुकारा जाता था जिसमें गांधार, कम्बोज, कुंभा, वर्णु, सुवास्तु आदि क्षेत्र थे।
क्या अफगानिस्तान कभी हिंदू राष्ट्र था?
इसे सुनेंरोकेंभारत का अखंड हिस्साअफगानिस्तान को पख्तिया, खुरासान, आर्यानुम्र वीजूऔर रोह जैसे नामों से जाना जाता था. इस मुल्क में गांधार, कुंभा, वर्णु, सुवास्तु और कम्बोज जैसे क्षेत्र थे जो इसके कभी हिन्दू राष्ट्र होने की तस्दीक करते हैं.
अफगानिस्तान में कितना रेलवे है?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान रेलवे में देश के उत्तर में तीन रेल मार्ग हैं। पहला मजार-ए-शरीफ़ और बाल्क प्रांत में हेराटान के सीमावर्ती शहर के बीच है, जो तब उजबेकिस्तान के उज़्बेकिस्तान रेलवे (2012 को खोला गया) से जुड़ता है। तीसरा फरीयाब प्रांत में अकिना और पड़ोसी तुर्कमेनिस्तान (2016 खोला गया) के बीच है।
अफगानिस्तान हिंदू देश कब था?
इसे सुनेंरोकें17वीं सदी तक दुनिया में अफगानिस्तान नाम का कोई देश नहीं था अर्थात आज से मात्र 300 वर्ष पूर्व तक अफगानिस्तान एक नाम से कोई राष्ट्र नहीं था। 6टी सदी तक यह एक हिन्दू और बौद्ध बहुल क्षेत्र था।
अफगानिस्तान में कितने हिंदू थे?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान के लोकतांत्रिक गणराज्य के पतन तक, देश में कई हजार हिंदू रहते थे लेकिन आज उनकी संख्या केवल 1,000 के आसपास है। अन्य अधिकांश लोग भारत, यूरोपीय संघ, उत्तरी अमेरिका या अन्य जगहों पर आकर बस गए। अफ़ग़ान हिंदू और अफ़ग़ान सिख अक्सर पूजा स्थल साझा करते हैं।
अफगानिस्तान में हिंदुओं की संख्या कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान में हिन्दू धर्म का अनुसरण करने वाले बहुत कम लोग हैं। इनकी संख्या कोई 1,000 अनुमानित है। ये लोग अधिकतर काबुल एवं अफगानिस्तान के अन्य प्रमुख नगरों में रहते हैं।
पाकिस्तान में कुल ट्रेनों की संख्या कितनी है?
इसे सुनेंरोकेंपाकिस्तान में रोजाना 228 मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें दौड़ती हैं. यहां हर साल 6.5 करोड़ यात्री ट्रेन से सफर करते हैं.
क्या अफगानिस्तान में ट्रेनें हैं?
अफगानिस्तान में कितने हिंदू लोग रहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान में हिन्दू धर्म का अनुसरण करने वाले बहुत कम लोग हैं। इनकी संख्या कोई 1,000 अनुमानित है। ये लोग अधिकतर काबुल एवं अफगानिस्तान के अन्य प्रमुख नगरों में रहते हैं।
अफगानिस्तान पर किस हिंदू राजा का शासन था?
इसे सुनेंरोकेंThe last Hindu King in Afghanistan was Raja Jaipal of the Hindu Shahi dynasty of Kabul. यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि हम वास्तव में राजा जयपाल को अफगानिस्तान का राजा नहीं कह सकते, क्योंकि उन्होंने आधुनिक अफगानिस्तान पर बहुत कम नियंत्रण किया था।
अफगानिस्तान में कौन सी जाति ज्यादा है?
इसे सुनेंरोकेंपश्तून (जातीय अफगान) अफगानिस्तान में सबसे बड़ा जातीय समूह बनाते हैं, जिसमें देश की आबादी का 38% और 42% हिस्सा शामिल है। उनके मुख्य क्षेत्र, जिसे कभी-कभी पश्तुनिस्तान कहा जाता है, अफगानिस्तान में हिंदू कुश पहाड़ों और पड़ोसी पाकिस्तान में सिंधु नदी के बीच है, जहां वे दूसरा सबसे बड़ा जातीय समूह हैं।
अफगानिस्तान का हिंदू राजा कौन था?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान के आखिरी हिन्दू राजा राजा मोहन सिंह थे। वह अफगानिस्तान के काबुल शहर के राजा थे और उनका शासन 19वीं सदी के मध्य में था। राजा मोहन सिंह का शासन दुरास्ती काल के दौरान था, जब अफगानिस्तान के दुरानी अमीर अहमद शाह दुरानी ने काबुल को अपने शासन के तहत किया था।
अफगानिस्तान का अंतिम हिंदू शासक कौन था?
इसे सुनेंरोकेंहिंदू शाही को अफगानिस्तान के अंतिम हिंदू राजा के रूप में जाना जाता है और वह गजनवियों के खिलाफ अपने युद्ध के लिए प्रसिद्ध थे जिसमें उन्हें राजपूतों और पंजाबी हिंदुओं का समर्थन मिला, लेकिन अंततः हार गए।
भारत से कोई ट्रेन पाकिस्तान जाती है क्या?
इसे सुनेंरोकेंभारत से पाकिस्तान जाने वाली दो ट्रेनें समझौता एक्सप्रेस और थार लिंक एक्सप्रेस हैं। भारत से पाकिस्तान जाने के लिए समझौता एक्सप्रेस सबसे लोकप्रिय रेल मार्ग है। यह अमृतसर के अटारी जंक्शन से शुरू होती है और पाकिस्तान में लाहौर जंक्शन तक जाती है।
अफगानिस्तान एक हिंदू देश कब था?
इसे सुनेंरोकेंप्रागितिहास और प्राचीन काल (3300-550 ईसा पूर्व)लगभग 2000-1500 ईसा पूर्व तक , क्षेत्र के इंडो-आर्यन निवासी (मुख्य रूप से वर्तमान अफगानिस्तान के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में) हिंदू धर्म के अनुयायी थे। इनमें गांधारी और कम्बोज उल्लेखनीय थे।
अफगानिस्तान में कितने हिंदू हैं?
इसे सुनेंरोकेंअफगानिस्तान के लोकतांत्रिक गणराज्य के पतन तक, देश में कई हजार हिंदू रहते थे लेकिन आज उनकी संख्या केवल 1,000 के आसपास है। अन्य अधिकांश लोग भारत, यूरोपीय संघ, उत्तरी अमेरिका या अन्य जगहों पर आकर बस गए। अफ़ग़ान हिंदू और अफ़ग़ान सिख अक्सर पूजा स्थल साझा करते हैं।
दिल्ली से लाहौर जाने वाली ट्रेन है?
इसे सुनेंरोकेंयह 62 किमी/घंटा की सुपर स्पीड से चलती है और दिल्ली और लाहौर के बीच कहीं नहीं रुकती। समय सारणी के अनुसार, ट्रेन 14001 पुरानी दिल्ली से 23:50 बजे रवाना होती है और यात्रा के अगले दिन 07:30 बजे लाहौर पहुँचती है। ट्रेन 14002 लाहौर से 20:00 बजे प्रस्थान करती है और 03:35 बजे पुरानी दिल्ली पहुँचती है।