इसे सुनेंरोकेंलंदन ब्रिज नर्सरी राइम्स में प्रसिद्ध हो सकता है, लेकिन यह टॉवर ब्रिज की तुलना में बहुत कम प्रभावशाली है। 1973 में निर्मित, यह कारों और पैदल यात्रियों के लिए एक कार्यात्मक पुल है। यह टावर ब्रिज से केवल 10 मिनट की पैदल दूरी पर है, लेकिन दिखने और करने के लिए शानदार चीजों के मामले में वे बहुत अलग हैं।
टावर ब्रिज इतना प्रसिद्ध क्यों है?
इसे सुनेंरोकेंजब पहली बार टावर ब्रिज बनाया गया, तो वह अब तक का सबसे परिष्कृत बेसक्यूल ब्रिज था । विशाल पंपिंग इंजनों को शक्ति देने के लिए भाप का उपयोग करते हुए, बास्क्यूल्स को हाइड्रोलिक्स द्वारा संचालित किया जाता था। आज, बास्क्यूल्स अभी भी हाइड्रोलिक पावर द्वारा संचालित होते हैं, लेकिन भाप के बजाय तेल और बिजली द्वारा संचालित होते हैं।
लंदन ब्रिज और टावर ब्रिज में क्या अंतर है?
सबसे बड़ा ब्रिज कौन सा होता है?
इसे सुनेंरोकेंभूपेन हजारिका सेतु (Bhupen Hazarika Setu) भारत का सबसे लंबा पुल है. इस पुल की लंबाई 9.15 किलोमीटर और चौड़ाई 12.9 मीटर है. इस सड़क पुल को ढोला-सादिया पुल (Dhola Sadiya Bridge) के नाम से भी जाना जाता है.
भारत का सबसे बड़ा ब्रिज कहाँ पर है?
इसे सुनेंरोकेंIndia Longest Bridge: भारत का सबसे लंबा पुल ढोला सादिया ब्रिज यानी 'भूपेन हजारिका ब्रिज' भारत में नदी पर बना है. 9.15 किलोमीटर लंबा यह पुल लोहित नदी पर बना है.