इसे सुनेंरोकेंसफेद रंग शांति का प्रतीक है, डिस्क सूर्य के रूप में राष्ट्र की चमक का प्रतीक है, जबकि अर्धचंद्राकार और पांच-नक्षत्र सितारा क्रमशः सभी मुसलमानों और इस्लाम के पांच स्तंभों की एकता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ट्यूनीशियाई झंडा कितना पुराना है?
इसे सुनेंरोकें1835 में स्थापित वर्तमान ट्यूनीशियाई राष्ट्रीय ध्वज में एक सफेद डिस्क पर एक अर्धचंद्र और तारा शामिल है, जिसका उपयोग लंबे समय तक तुर्कों द्वारा भी किया जाता था। हालाँकि, उन प्रतीकों का इतिहास ऑटोमन साम्राज्य से भी अधिक प्राचीन है।
राष्ट्रीय ध्वज में 3 रंग क्यों होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंभारत के राष्ट्रीय ध्वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है।
ध्वज का दूसरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।
विश्व का सबसे पुराना झंडा कौन है?
भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई 1947 को अपनाया
- दुनिया में सबसे पुराना झंडा डेनमार्क का माना जाता है
- यह 1370 या उससे भी पहले का बताया जाता है
- दूसरे नंबर पर सबसे पुराना झंडा नीदरलैंड (1572) का है
- यूनाइटेड किंगडम – 1801.
- नेपाल – 1743.
- चिली – 1817.
- अर्जेंटीना – 1818.
- पेरू – 1825.
ट्यूनीशिया लाल क्यों है?
तिरंगे का जन्म कब हुआ था?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था, जो 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व की गई थी।
भारतीय झंडा बनाने वाला कौन है?
इसे सुनेंरोकेंपिंगली वैंकैया जी के जरिए जो झंडा बनाया गया था…. वो राष्ट्र झंडा तिरंगा जैसा ही था…. अब वो समय था जब झंडे में फाइनल बदलाव होना था…. लेकिन झंडे में ये बदलाव बड़ा था इसीलिए इसके लिए एक कमेटी का गठन किया 23 जून 1947 को संविधान सभा ने डा राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक एड हॉक कमेटी का गठन किया….
भारत का झंडा बनाने वाला कौन था?
इसे सुनेंरोकेंभारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी। इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई, १९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।
भारत का झंडा कितनी बार बदला गया है?
इसे सुनेंरोकेंदेश के झंडे का डिजाइन 6 बार बदलावैसे भारत के राष्ट्रीय ध्वज ने भी एक लंबा रास्ता तय किया है और आजादी के संघर्ष के बीच इसके कई स्वरूप बदले। अभी तक देश के झंडे का डिजाइन 6 बार बदला जा चुका है।
अशोक चक्र का दूसरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसन् १९६७ में इस सम्मान से वर्ग की अनिवार्यता को हटा दिया गया और इसके समकक्ष तीन सम्मान घोषित किए गए। इनका नामकरण क्रमश 'अशोक चक्र', 'कीर्ति चक्र' और 'शौर्य चक्र' किया गया।
तिरंगे में 24 दिन क्यों होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदरअसल, अशोक चक्र में मौजूद 24 तीलियां मनुष्य के 24 गुणों को दर्शाती हैं। अशोक चक्र का नीला रंग आकाश, महासागर और सार्वभौमिक सत्य को दर्शाता है। अशोक चक्र को कर्तव्य का पहिया भी कहा जाता है। अशोक चक्र में मौजूद 24 तीलियां देश और समाज के चहुमुखी विकास की बात करती हैं।