इसे सुनेंरोकेंसबसे मुख्य कारण रेलवे ट्रैक पर मैकेनिकल फॉल्ट यानी रेलवे ट्रैक पर लगने वाले उपकरण का खराब हो जाने को माना जाता है. इसके अलावा ये हादसे उस वक्त होते हैं, जब पटरियों पर दरार पड़ जाती हैं. वहीं ट्रेन के डिब्बों को बांध कर रखने वाले उपकरण का ढीला होना भी इसका एक कारण हो सकता है.
कोरोमंडल एक्सप्रेस का कैसे हुआ एक्सीडेंट?
इसे सुनेंरोकेंग्रीन सिग्नल कोरोमंडल एक्सप्रेस को मिला था. कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी और उसके कुछ डिब्बे मालगाड़ी से टकराए और कुछ डब्बे यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकराए जिसके बाद हादसा हुआ. जानकारी के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस में 1257 रिज़र्व पैसेंजर बैठे हुए थे, जबकि यशवंत एक्सप्रेस में 1039 रिज़र्व पैसेंजर थे.
बिहार में कौन सी ट्रेन पलटी है?
इसे सुनेंरोकेंBihar Train Accident Anand Vihar Kamakhya Train accident दिल्ली से गुवाहाटी जा रही आनंद विहार कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की सभी बोगियां पटरी से उतर गईं जिनमें से दो बोगी पलट गईं।
कोरोमंडल एक्सप्रेस पर कवच लगाया गया था?
इसे सुनेंरोकेंपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा किया और पूछा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस में टक्कर रोधी प्रणाली क्यों नहीं लगाई गई। रेलवे अधिकारी पहले ही पुष्टि कर चुके हैं कि जिन ट्रेनों में यह हादसा हुआ, वे कवच-सक्षम नहीं थीं।
रेल दुर्घटना का प्रमुख कारण क्या?
इसे सुनेंरोकेंरिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 के दौरान 17,993 रेल दुर्घटनाओं में 1,852 लोग घायल हुए और 16,431 लोगों की मौत हुई। इन हादसों की बड़ी वजह ड्राइवरों की गलती, रेलवे ट्रैक पर तोड़फोड़, सिग्नलमैन की लापरवाही और मशीनी खराबी शामिल हैं। इसके कारण ही देश में बड़ी रेल दुर्घटनाएं घटित हुई हैं।
255 क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ?
कोरोमंडल एक्सप्रेस का दुर्घटना कितनी बार हुआ?
इसे सुनेंरोकें2002 के बाद से, कोरोमंडल एक्सप्रेस चार अलग-अलग मौकों पर दुर्घटनाग्रस्त हुई है, जिसमें आखिरी दुर्घटना 2 जून, 2023 को हुई थी, जो सबसे घातक साबित हुई।
बिहार में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन कौन है?
इसे सुनेंरोकेंबिहार को मिली देश की सबसे तेज गति से चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली रैक मंगलवार की शाम 6.20 बजे पटना जंक्शन पहुंची। राजेंद्र नगर टर्मिनल के यार्ड में जगह नहीं रहने के कारण इस ट्रेन के आठ कोच के रैक को पटना जंक्शन के 7 नंबर प्लेटफॉर्म पर रखा गया है।
बिहार में सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंसोनपुर बिहार के वैशाली ज़िले के अंतर्गत आता है। सोनपुर शहर गंगा और गंडक नदी के किनारे बसा हुआ है। सोनपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म की कुल लंबाई 738 मीटर यानी 2421 फिट है। इस लंबाई के साथ यह प्लेटफॉर्म बिहार का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है।
कोरोमंडल एक्सप्रेस ने ट्रैक क्यों बदला?
इसे सुनेंरोकें“यह सिग्नलिंग में मानवीय त्रुटि के कारण हो सकता है । एक अधिकारी ने कहा, कोरोमंडल एक्सप्रेस को चेन्नई की ओर मुख्य लाइन पर जाने के लिए हरी झंडी मिल गई थी। 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से खड़ी ट्रेन से टकराने के बाद इसका इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया और इसके सभी 22 डिब्बे पटरी से उतर गए।
पटना जंक्शन का पूरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकें1939 में बना पटना जंक्शनपटना साहिब स्टेशन कभी बेगमपुर स्टेशन के नाम से भी जाना जाता था। बुजुर्ग बताते हैं कि कुछ अवधि के लिए यह स्टेशन बांकीपुर स्टेशन के नाम से जाना जाता था। बाद में गया रेलवे लाइन से जब पटना को जोड़ा गया तब वर्ष 1939 में पटना जंक्शन का निर्माण हुआ।
दुर्घटना के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस कब शुरू होगी?
इसे सुनेंरोकेंअश्विनी वैष्णव ने कहा, "दोनों ट्रैक पर सेवाएं बहाल कर दी गई हैं । दुर्घटना के 51 घंटे बाद दोनों लाइनों पर सामान्य ट्रेन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं।"