इसे सुनेंरोकेंसीधे शब्दों में कहें तो, जब अधिक लोग उड़ान भरना चाहते हैं, तो एयरलाइंस को पता होता है कि वे अधिक कीमतें वसूल सकती हैं क्योंकि यात्री अभी भी इसके लिए भुगतान करेंगे। इसलिए यदि आप पीक सीज़न या छुट्टियों के दौरान कहीं भी यात्रा करने की योजना बनाते हैं, यहां तक कि घरेलू स्तर पर भी, तो खोए हुए खर्चों को रोकने के लिए यात्रा बीमा योजना लेने की सिफारिश की जाती है।
भारत में फ्लाइट रेट ज्यादा क्यों हैं?
इसे सुनेंरोकेंकोई नियामक नियंत्रण न होने से, एयरलाइंस अपनी कीमतें स्वयं निर्धारित करने के लिए स्वतंत्र थीं। इस प्रतिस्पर्धी स्थान में, बाजार की मांग के आधार पर टिकट की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है। तो, भारत महंगे हवाई किरायों की सूची में शीर्ष पर क्यों है? यह उच्च मांग और क्षमता बाधाओं के संयोजन के कारण है।
हवाई में किराया इतना अधिक क्यों है?
फ्लाइट के टिकट इतने महंगे क्यों होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकमी के कारण हवाई अड्डे के चेक-इन डेस्क, आव्रजन काउंटर और सामान हिंडोले में देरी की स्थिति बदतर हो गई है। उन्होंने एयरलाइनों को कर्मचारियों को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए भी मजबूर किया है, जिसका मतलब है बेहतर वेतन प्रदान करना। इससे हवाई किराया ऊंचा हो जाता है क्योंकि वाहक अतिरिक्त लागत वसूलने की कोशिश करते हैं।
भारत में सबसे सस्ती कौन सी एयरलाइन है?
इसे सुनेंरोकेंएलायंस एयर से उड़ान भरेंवर्तमान में, एलायंस एयर भारत भर में सबसे कम कीमत वाली उड़ानें प्रदान करता है। अगले 12 महीनों में हमें सबसे कम कीमत ₹ 1,202 मिली।