इसे सुनेंरोकेंपुरानी टैक्स व्यवस्था की बात करें तो अगर आपकी ग्रॉस टोटल इनकम 2.5 लाख रुपये से कम है, तो आपको इनकम टैक्स फाइल करने की जरूरत नहीं है. वहीं अगर आपकी उम्र असेसमेंट ईयर के दौरान 60 साल से अधिक थी यानी अगर आप सीनियर सिटीजन की कैटेगरी में आते हैं तो आपकी सैलरी 3 लाख रुपये से अधिक होने पर आईटीआर फाइल करना जरूरी है.
भारत में आयकर किसे देना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंआयकर का भुगतान किसे करना है। आईटी अधिनियम के मौजूदा नियमों के तहत, अर्जित राशि की परवाह किए बिना आय वाला कोई भी व्यक्ति/व्यवसाय आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए उत्तरदायी है। लेकिन, वर्तमान में आय पर कर तभी देय है जब किसी वित्तीय वर्ष के लिए शुद्ध कर योग्य आय रुपये से अधिक हो। 2.5 लाख.
टैक्स कब लगता है?
इसे सुनेंरोकेंज्यादा टैक्स स्लैबइसमें 3 लाख से 6 लाख पर 5%, 6 लाख से 9 तक की आय पर 10%, 9 लाख से 12 लाख तक की आय पर 15%, 12 लाख से 15 लाख की आय पर 20%, 15 लाख से ऊपर की आय पर 30% टैक्स लगता है.
टैक्स देने के लिए आय कितनी होनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंअगर आपको इनकम टैक्स पर ज्यादा छूट चाहिए तो आपको ओल्ड रिजीम चुनना होगा. इनकम टैक्स एक्ट के मुताबिक ओल्ड टैक्स रिजीम सालाना 2.5 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा. 2.5 से 5 लाख रुपए की आमदनी पर 5% टैक्स का प्रावधान है. 5 से 10 लाख की कमाई पर 20% और 10 लाख से ज्यादा इनकम होने पर 30% टैक्स देना होता है.
क्या भारत में छात्रों को टैक्स देना पड़ता है?
इसे सुनेंरोकेंआयकर जो किसी को अपनी कमाई पर सरकार को देना पड़ता है। चूँकि छात्र आय-सृजन करने वाले व्यक्ति नहीं हैं, इसलिए उन्हें आयकर का भुगतान नहीं करना पड़ता है । यह बात किसी छात्र को मिलने वाले अनुदान या छात्रवृत्ति के मामले में भी सच है।
आप किस उम्र में टैक्स देना शुरू करते हैं?
टैक्स कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजब करों की बात आती है, तो भारत में दो प्रकार के कर होते हैं – प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर । प्रत्यक्ष कर में आयकर, उपहार कर, पूंजीगत लाभ कर आदि शामिल हैं जबकि अप्रत्यक्ष कर में मूल्य वर्धित कर, सेवा कर, वस्तु एवं सेवा कर, सीमा शुल्क आदि शामिल हैं।
हमें टैक्स क्यों देना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंकरों का उपयोग सरकार द्वारा रोजगार कार्यक्रमों सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को चलाने के लिए किया जाता है। विभिन्न विभागों में लाखों कर्मचारी हैं और प्रशासनिक लागत सरकार को वहन करनी पड़ती है।
टैक्स कौन लागू करता है?
इसे सुनेंरोकेंइसके तहत, भारत की केंद्र सरकार और राज्य सरकारें, सेवाओं और वस्तुओं पर टैक्स लेती हैं.
टैक्स क्या है हिंदी?
इसे सुनेंरोकेंटैक्स क्या हैटैक्स व्यक्तियों, व्यवसायों या अन्य संस्थाओं पर राजस्व उत्पन्न करने के लिए सरकार द्वारा लगाया गया अनिवार्य वित्तीय शुल्क या फीस है. इस राजस्व का उपयोग राष्ट्र के समग्र विकास और कल्याण में सुधार के उद्देश्य से सार्वजनिक सेवाओं, बुनियादी ढांचे और विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के लिए किया जाता है.
टैक्स देने से क्या फायदा है?
इसे सुनेंरोकेंकर सार्वजनिक व्यय के वित्तपोषण के लिए सरकार का राजस्व है, जिसमें सड़कें, स्कूल भवन और अस्पताल बनाना और पुलिस और अग्निशमन विभाग, पार्क और खेल के मैदान और सार्वजनिक पुस्तकालय सहित स्थानीय सरकारी सेवाओं का वित्तपोषण करना शामिल है।
टैक्स क्या है हिंदी में?
इसे सुनेंरोकेंटैक्स क्या हैटैक्स व्यक्तियों, व्यवसायों या अन्य संस्थाओं पर राजस्व उत्पन्न करने के लिए सरकार द्वारा लगाया गया अनिवार्य वित्तीय शुल्क या फीस है. इस राजस्व का उपयोग राष्ट्र के समग्र विकास और कल्याण में सुधार के उद्देश्य से सार्वजनिक सेवाओं, बुनियादी ढांचे और विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के लिए किया जाता है.