इसे सुनेंरोकें(वास्तविक दूरी) मार्ग में किसी भी स्टेशन पर दो दिनों के लिए एक बार यात्रा तोड़ने की अनुमति है। 500 किलोमीटर की यात्रा के बाद ही इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है. प्रारंभिक स्टेशन से. यदि टिकट 1000 किमी से अधिक का है, तो यात्री को दो बार यात्रा तोड़ने की अनुमति होगी।
क्या ब्रेक यात्रा की अनुमति है?
इसे सुनेंरोकें 500 किलोमीटर (वास्तविक दूरी) से अधिक दूरी के लिए एकल यात्रा टिकट धारकों को रास्ते में किसी भी स्टेशन पर यात्रा तोड़ने की अनुमति है। हालाँकि, पहली ब्रेक यात्रा तब तक नहीं की जाएगी जब तक कि शुरुआती स्टेशन से 500 किलोमीटर की दूरी तय नहीं कर ली गई हो।
प्रिविलेज पास में कितने ब्रेक जर्नी की अनुमति है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय रेल सिंगल जर्नी टिकट पर दो 2 दिन के दो ब्रेक जर्नी (Break Journey) की अनुमति देता है.
सर्कुलर यात्रा टिकट में कितने ब्रेक यात्रा की अनुमति है?
इसे सुनेंरोकेंसर्कुलर यात्रा टिकट यात्रा की सभी श्रेणियों के लिए खरीदे जा सकते हैं। इन टिकटों पर अधिकतम आठ ब्रेक यात्राएं स्वीकार्य होंगी। जोनल रेलवे द्वारा मानक सर्कुलर यात्रा टिकट भी पेश किए जाते हैं।
ट्रेन के ब्रेक कैसे होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजवाब : ट्रेन में वही 'एयर ब्रेक' होता है जो किसी बस या ट्रक में होता है। इसमें एक पाइप होता है, जिसमें हवा भरी होती है। यही हवा ब्रेक-शू को आगे-पीछे करती है और जब ब्रेक-शू पहिए पर रगड़ खाता है तो ब्रेक लगने लगता है। जवाब : रेलवे में तीन सिग्नल होते हैं- हरा, पीला और लाल।
यात्रा पर ब्रेक-ऑफ का क्या मतलब है?
ट्रेन में ब्रेक होता है क्या?
इसे सुनेंरोकेंट्रैन में एयर प्रेशर के माध्यम से ब्रेक लगती है। इसमें एक पाइप होता है जिसमें हवा भरी होती है, हवा से ही यह ब्रेक-शू आगे-पीछे होता है और ब्रेक-शू के रगड़ खाने पर ब्रेक लगने लगती है। यह ब्रेक एक बटन के जरिये लगाया जाता है।
मैं ऑफ पीक डे रिटर्न ट्रेन टिकट का उपयोग कितने बजे कर सकता हूं?
इसे सुनेंरोकेंऑफ-पीक डे रिटर्न टिकट टिकट पर दिखाई गई तारीख और अगली सुबह 04:29 तक यात्रा के लिए वैध हैं।
गाड़ी में ब्रेक कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपहला हाइड्रोलिक और दूसरा मैकेनिकल ब्रेकिंग, वहीं निर्माण के आधार पर ब्रेक्स 3 प्रकार के होते हैं। पहला डिस्क, दूसरा ड्रम और तीसरा हैंडब्रेक। इन ब्रेक्स में आधुनिक फीचर्स जैसे- एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS), रीजनरेटिव ब्रेकिंग और ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB) मिलते हैं।
रेल की पटरी के बीच गैप क्यों होता है?
इसे सुनेंरोकेंरेल पटरी के बीच में छोड़े जाने वाले गैप के पीछे की वजह तापमान के परिवर्तन है जिसके कारण पटरीें फैल या सिकुड़ सकती है. दरअसल, रेल की पटरी लोहे से बनती है और लोहा सर्दी के मौसम में सिकुड़ता है और गर्मियों के दिनों में फैलता है. इसी वजह से दो पटरियों के ज्वॉइंट के बीच थोड़ा सा गैप छोड़ दिया जाता है.
ब्रेक का क्या काम होता है?
इसे सुनेंरोकेंगति और त्वरण का अवरोध करने के लिए मुख्य यंत्र के साथ जो उपयंत्र लगाया जाता है, उसे ही रोधक या ब्रेक (Brake) कहते हैं।
बिना टिकट का जुर्माना क्या है?
इसे सुनेंरोकें1) अगर कोई बिना टिकट ट्रेन से यात्रा करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे छह महीने तक की जेल या अधिकतम 1,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है। जुर्माने की न्यूनतम राशि 250 रुपये है, साथ ही अपराधी द्वारा यात्रा की गई दूरी के टिकट की कीमत भी शामिल है।