इसे सुनेंरोकेंआपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि वास्तव में ज्वालामुखी एक ऐसा पहाड़ होता है जिसके नीचे पिघले हुए लावा का भंडार होता है। जब पृथ्वी के नीचे ऊर्जा या जियोथर्मल एनर्जी से पत्थर पिघलते हैं तब जमीन के नीचे से ऊपर की ओर दबाव बढ़ता है तो यह पहाड़ ऊपर से फटता है और ज्वालामुखी कहलाता है।
ज्वालामुखी का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, भस्म आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं।
ज्वालामुखी के अंदर क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसक्रिय ज्वालामुखी के अंदर एक कक्ष होता है जिसमें पिघली हुई चट्टान, जिसे मैग्मा कहा जाता है, एकत्रित होती है । मैग्मा कक्ष के अंदर दबाव बनता है, जिससे मैग्मा चट्टान में चैनलों के माध्यम से आगे बढ़ता है और ग्रह की सतह पर निकल जाता है। एक बार जब यह सतह पर प्रवाहित होता है तो मैग्मा को लावा के रूप में जाना जाता है।
क्या आप काउई पर ज्वालामुखी का दौरा कर सकते हैं?
ज्वालामुखी कैसे बनते हैं?
इसे सुनेंरोकेंसबडक्शन सबडक्टिंग प्लेट से पानी को सबडक्टिंग प्लेट से ऊपर की ओर और मेंटल वेज में ले जाने की अनुमति देता है। इससे मेंटल का गलनांक कम हो जाता है और यह पिघलकर मैग्मा बन जाता है। यह मैग्मा ऊपर उठेगा और ज्वालामुखी का निर्माण करते हुए भूपटल में रिसेगा।
संसार का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर है ओजोस डेल सालाडो। दुनिया में उच्चतम सक्रिय ज्वालामुखी, केन्द्रीय एंडिस में चिली-अर्जेंटिना सीमा पर ओजोस डेल सलोदो है। ओजोस डेल सालाडो पृथ्वी पर सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी है।
पृथ्वी में ज्वालामुखी कितना है?
इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी पर 1500 एक्टिव यानी सक्रिय ज्वालामुखी है.