इसे सुनेंरोकेंइंडियन सीरीज एक्ट, 1887 के मुताबिक, प्यास या फिर पेशाब लगने पर देश के किसी भी होटल या रेस्टोरेंट में जाकर वॉशरूम का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही प्यास लगने पर होटल से पानी मांगकर पी भी सकते है. अच्छी बात यह है कि इस सुविधा को पाने के लिए आपको कोई चार्ज देने की जरूरत भी नहीं है.
इंडियन सीरीज एक्ट क्या है?
इसे सुनेंरोकेंनियम क्या कहता है -इंडियन सीरीज एक्ट, 1887 के मुताबिक प्यास या फिर पेशाब लगने पर देश के किसी भी होटल या रेस्तरां में जाकर आप आराम से वाशरूम इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही प्यास लगने पर आप होटल से पानी भी मंगवाकर पी सकते हैं। दिलचस्प बात तो ये है कि इस सुविधा में आपको कोई चार्ज भी नहीं देना पड़ेगा।Cached
क्या कोई रेस्तरां आपको भारत में बाथरूम का उपयोग करने से मना कर सकता है?
इसे सुनेंरोकेंहाँ, कोई भी भारत में कहीं भी किसी भी होटल और रेस्तरां के शौचालय का उपयोग कर सकता है । यह 2017 के निजता के अधिकार अधिनियम के तहत संरक्षित है, जिसमें कहा गया है कि सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव या पूर्वाग्रह के शौचालय जैसी सार्वजनिक सुविधाओं तक पहुंचने का अधिकार है।
शौचालय के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?
शौचालय निर्माण के लिए आपको निम्नलिखित डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
एक्ट 51 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अनुसार धारा 51 के तहत बाधा डालने आदि के लिए दोष सिद्घि पर कारावास से जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी या जुर्माने से, अथवा दोनों से दंडनीय होगा और यदि ऐसी बाधा या निर्देशों का पालन करने से इंकार करने के परिणामस्वरूप जीवन की हानि होती है या उनके लिए खतरा पैदा होता है तो दोष-सिद्घि पर दो …
अधिनियम 11 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपरन्तु विधि द्वारा संरक्षित व्यापर या वाणिज्यिक गुप्त बातों की दशा में के सिवाय, यदि ऐसे प्रकटन में लोकहित, ऐसे पर व्यक्ति के हितों के किसी संभावित अपहानि या क्षति से अधिक महत्वपूर्ण है तो प्रकटन अनुज्ञात किया जा सकेगा।
घर में शौचालय कहाँ नहीं होना चाहिए?
- घर के मध्य भाग या ईशान कोण में टॉयलेट बिलकुल नहीं होना चाहिए।
- घर के आग्नेय कोण में शौचालय होना भी वास्तु के विपरीत माना जाता है।
- साथ ही, टॉयलेट की टंकी दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य कोण में हो तो शुभ मानी जाती है।
बाथरूम का दरवाजा किधर होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंबाथरूम बनाते समय बाथरूम के दरवाजे की दिशा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। बाथरुम का दरवाजा हमेशा या तो उत्तर की ओर या पूर्व की ओर खुलना चाहिए। पूर्व दिशा धार्मिक कार्यों के लिए शुभ होती है, इसलिए पूजा कक्ष कभी भी बाथरूम के सामने नहीं होना चाहिए।
शौचालय बनाने में कितना खर्चा आता है?
इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर कम से कम 30 हजार रुपए में एक शौचालय का निर्माण होता है।
शौचालय और शौचालय में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंशौचालय को आमतौर पर एक शौचालय के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो सीवेज सिस्टम से जुड़ा होने के बजाय, सेसपिट या सेसपूल से जुड़ा होता है , जो लोगों और पर्यावरण के स्वास्थ्य की गारंटी देता है।
क्या बाथ में कारों की अनुमति है?
धारा 53 का क्या मतलब है?
इसे सुनेंरोकेंनई दिल्ली: भारत के विभिन्न कानूनों में संपत्ति हस्तांतरण अधिनियम, 1882 (Transfer of Property Act, 1882) काफी महत्वपूर्ण है। इस एक्ट की धारा 53 (Section 53) जो की संपत्ति को धोखाधड़ी से ट्रांसफर करवाने से सम्बंधित है।
धारा 56 में क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंCrPC की धारा 56 के अनुसार वारंट के बिना गिरफ्तारी करने वाला पुलिस अधिकारी (police officer) अनावश्यक विलंब (without unnecessary delay) के बिना और जमानत (bail) के संबंध में इसमें अंतर्विष्ट उपबंधों के अधीन (subject to the provisions contained in) रहते हुए, उस व्यक्ति को. जो गिरफ्तार किया गया है.
अधिनियम की धारा 12 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंधारा 12 एक पीड़ित महिला को घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत विभिन्न राहतों के लिए मजिस्ट्रेट के समक्ष एक आवेदन दायर करने का अधिकार देती है।
अधिनियम 118 क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 118 (Section 118) में मौत या आजीवन कारावास (Death or life imprisonment) से दंडनीय अपराध (Punishable offence) करने की साजिश (Conspiracy) को छुपाए जाने के अपराध (offence) को विस्तार से बताया गया है.
लैट्रिन बाथरूम का गेट किधर होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंबाथरूम बनाते समय बाथरूम के दरवाजे की दिशा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। बाथरुम का दरवाजा हमेशा या तो उत्तर की ओर या पूर्व की ओर खुलना चाहिए। पूर्व दिशा धार्मिक कार्यों के लिए शुभ होती है, इसलिए पूजा कक्ष कभी भी बाथरूम के सामने नहीं होना चाहिए।
टॉयलेट सीट का मुंह किस दिशा में होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंवास्तु के अनुसार टॉयलेट सीट की दिशा पर विचार करना बहुत महत्वपूर्ण है। टॉयलेट सीट को हमेशा ऐसी दिशा में रखना चाहिए कि इसका उपयोग करने वाले व्यक्ति का मुख घर की उत्तरी या दक्षिणी दिशा में हो। इससे परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य संतुलित रहेगा।
घर में किचन का दरवाजा किधर होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंवास्तु शास्त्र के अनुसार किचन का दरवाजा हमेशा पश्चिम या उत्तर दिशा की से होना चाहिए। अगर उत्तर दिशा में दरवाजा उपलब्ध नहीं है तो आप दक्षिण पूर्व दिशा की ओर खुलने वाले दरवाजा भी बना सकते हैं।
घर का किचन किधर होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंरसोई का स्थान घर के दक्षिण-पूर्व कोने में होना चाहिए। साथ ही खाना बनाते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करना चाहिए। वहीं सिंक रसोई के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में रखा जाना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा में पानी के बर्तनों और जल शोधक को रखा जाना चाहिए।
शौचालय की लंबाई और चौड़ाई कितनी होनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंशौचालय की लंबाई-चौड़ाई एक गुणे एक मीटर तथा ऊंचाई 2.35 मीटर होनी चाहिए। प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग ने कहा है कि मौके पर जमीन होने की स्थिति में इसमें बदलाव किया जा सकता है। शौचालय बनवाने की शुरुआत के लिए पहले 4000 लाभार्थी के खाते में दिए जाएंगे। इसके बाद 12,000 फिर 4000 निर्माण कार्य पूरा कराते समय दिया जाएगा।
मकान में शौचालय कहाँ होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंटॉयलेट बनाने के वास्तु नियमइसी तरह यदि मजबूरी में टॉयलेट भी बनवाना पड़े तो उसे भी उत्तर-पश्चिम के बीचों बीच न बनवाकर किसी भी एक तरफ खिसकाकर बनवाएंगे. – टॉयलेट दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनाना सबसे अच्छा होता है क्योंकि इसे विसर्जन की दिशा मानी जाती है.