इसे सुनेंरोकेंशरीर में टीबी की बीमारी की शुरुआत माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होती है. शुरुआत में तो शरीर में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन जैसे-जैसे यह संक्रमण बढ़ता जाता है, मरीज की परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं. जिन लोगों के शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें टीबी का खतरा ज्यादा रहता है.
टीवी का इलाज कैसे किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंटीबी बैक्टीरिया के कारण होता है. बीमारी का पता चलते ही आइसोनियाजिड और रिफाम्पिसिन की दवा दी जाती है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक टीबी के शुरुआती इलाज में आइसोनियाजिड और रिफैम्पिसिन दवा ठीक से काम नहीं करती तो फिर सेकेंड लाइन की दवा दी जाती है जिसका कोर्स 9 महीने से लेकर 20 महीने तक का होता है.
काउई में कहाँ से बचें?
टीवी के मरीज को क्या परहेज करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंटीबी के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए? प्रोसेस्ड और जंक फूड जैसे चिप्स, कुकीज और चीनी युक्त ड्रिंक में खाली कैलोरी होती है और शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है. शराब और धूम्रपान से बचना चाहिए क्योंकि वे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं.
क्या टीबी में आलू खा सकते हैं?
इसे सुनेंरोकें* गेहूं, मक्का, चावल, दाल और आलू उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों के उदाहरण हैं। वे कैलोरी जोड़ने और ऊर्जा कुपोषण को कम करने में मदद करेंगे। डॉ. खलाने ने कहा, "कुपोषित लोगों में तपेदिक विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है और उन्हें ठीक होने में लंबा समय लगता है।"
टीबी में कौन से खाने से परहेज करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंउच्च वसा वाले मांस : लाल मांस, सॉसेज और बेकन जैसे उच्च वसा वाले मांस का सेवन सीमित करें, क्योंकि इन खाद्य पदार्थों को पचाना मुश्किल हो सकता है और टीबी के लक्षण खराब हो सकते हैं। तले हुए खाद्य पदार्थ: तले हुए खाद्य पदार्थ अस्वास्थ्यकर वसा में उच्च होते हैं और शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं, जिससे टीबी संक्रमण से लड़ना कठिन हो जाता है।