इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर समंदर की गहराई में मौजूद चीजों को जिस तरह से बाहर निकाला जाता है, टाइटैनिक को उस तरह बाहर निकाल पाना संभव नहीं है. क्योंकि यह दो हिस्सों में टूटकर डूबा था. लेकिन हाइटेक सबमरीन और पॉवरफुर मैगनेटिक टेक्नोलॉजी की मदद से शायद उसे बाहर निकालने की कोशिश की जा सके.
टाइटैनिक के डूबने में कितना समय लगा था?
इसे सुनेंरोकेंये हवा और समुद्र के जरिए दक्षिण की तरफ जाने लगा. फिर 14 अप्रैल तक 125 मीटर का हो गया था. साल 1912 की 14 अप्रैल की उसी रात को इसकी टाइटैनिक से टक्कर हो गई. फिर चार घंटे के भीतर ही जहाज डूब गया.